समाज में बुजुर्गों की सेवा श्रवण बनकर करें क्योंकि उससे ज्ञान प्राप्त होता है। अपर जिलाधिकारी अरविंद कुमार ।

समाज में बुजुर्गों की सेवा श्रवण बनकर करें क्योंकि उससे ज्ञान प्राप्त होता है। अपर जिलाधिकारी अरविंद कुमार ।
मातृभूमि की पुकार (ब्यूरो रिपोर्ट धीरज गुप्ता )
शाहजहांपुर।
अपने माता पिता की सेवा तो हर कोई कर लेता है लेकिन गांव के सभी बुजुर्गों को अच्छा बिस्तर मिले, पंखे की हवा मिले, पोषक स्वल्पाहार मिले, बीमार हों तो इलाज मिले। इन सबकी चिंता करने वाली संस्था विनोबा सेवा आश्रम ।जिसने अपने जय प्रभा कुटीर में सम्पूर्ण दिन बुजुर्ग इन सेवाओं का लाभ ले सकें। ऐसा केंद्र बनाकर एक नया उदाहरण प्रस्तुत किया। उक्त विचार ब्लॉक भावलखेड़ा के ग्राम छीतेपुर में राज्यपाल महोदया की पांच सेवाओं की पूर्ति में वृद्ध दिवस देखभाल केंद्र का शुभारंभ करते हुए श्री अरविंद कुमार अपर जिला मजिस्ट्रेट ने व्यक्त किए उन्होंने कहा कि आज बच्चों वृद्धों विकलांगों विधवाओं और बीमारों को मदद की वास्तविक जरूरत हैं। इन पांचों की मदद के अनेक आयाम इस परिसर में चलते एक साथ देखने का अवसर मिला। यह सेवाधाम जयप्रकाश नारायण जैसे महापुरुष के नाम पर है जिन्होंने सम्पूर्ण क्रांति का बिगुल बजाया। यह क्रांति सात प्रकार की बताई गई। निश्चित रूप से समाज में अभी उस आजादी की जरूरत है। गांधी विनोबा जयप्रकाश ने समाज सेवा की जो राह बनाई । उसी पर चलकर रमेश भइया ने आज से 12 वर्ष पहले इस दूरस्थ गांव में एक मसाल जलाई। प्रसन्नता की बात है कि हमारी राज्यपाल इस आश्रम में आ चुकी हैं। यहां के बुजुर्ग इस केंद्र की खूब सेवा का लाभ लें। आज अंतरराष्ट्रीय बालिका दिवस पर यहां पूर्व माध्यमिक विद्यालय की छात्राओं ने बेटी पढ़ाओ बेटी बचाओ पर सुंदर नाटक प्रस्तुत कर समाज को एक प्रेरणा का संदेश दिया। मुख्य अतिथि श्री अरविंद कुमार ने कहा कि अपने पैतृक गांव की सेवा कम लोग ही कर पाते हैं लेकिन इस गांव को अंगीकार कर सभी आयामों पर जे पी सेवा ट्रस्ट काम कर रहा हैं।यह बधाई के योग्य है यहां के बच्चे कंप्यूटर सीखें सभी लड़कियां सिलाई सीखें बच्चे व्यायाम और योगा करें ।यह सब व्यवस्था यहां पर की गई है। हमारी सरकार मिशन शक्ति 5 के माध्यम से महिलाओं विशेषकर बालिकाओं को आगे बढ़ाने का काम कर रही है। श्री अरविंद कुमार ने कहा कि ज्ञानं वृद्धोपसेवया_वृद्धों की सेवा से ज्ञान प्राप्त होता है।वृद्धों के पास अनुभव होता है और जो सेवापरायण होते हैं, उनके सामने वृद्धों का दिल खुल जाता है और वे अपना सारसर्वस्व दे देते हैं। इसलिए समाज के लोगों को सेवापरायण होना चाहिए। वृद्धों की,माता पिता की, दीन_ दुखियों की समाज की सेवा करनी चाहिए। कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि श्री मिजाजी लाल वरिष्ठ जेल अधीक्षक ने कहा कि यहां पर आने से सकून मिलता है।क्योंकि यहां पर जिस सेवा भाव से काम हो रहा है। उसे देखकर मन प्रसन्न हो जाता है। छोटे बच्चों से लेकर बुजुर्गों तक की सेवा के लिए यहां द्वार खुले हैं। यह स्थान सेवा सीखने का केंद्र जैसा है। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए श्री बृजगोपाल शर्मा जी ने कहा कि मैं यहां के भूमिपूजन में 12 वर्ष पहले आया था तब हमने कहा था कि यहां की मिट्टी में कुछ खास प्रगति का आभास हो रहा है आज वह सब सत्य देखकर प्रसन्नता हो रही है। विषय प्रवेश कराते हुए संस्थापक रमेश भइया ने कहा कि वर्ष 2011 में यहां की जो शुरुआत की वह निरंतर बढ़ती ही जा रही है। यहां पर जो आता है वह अपनी दुआएं दे जाता है। राज्यपाल महोदय का विशेष आशीर्वाद इस केंद्र की ताकत है। इस अवसर पर पूर्व माध्यमिक विद्यालय सिमरई के प्राचार्य कौशल कुमार तथा बच्चों और स्टाफ को मुख्य अतिथि द्वारा सम्मानित किया गया। श्री राजेंद्रपाल सिंह श्री हरवंश कुमार श्री विश्वंभर दयाल श्री अजय श्रीवास्तव श्री के पी सिंह डॉ एहसान मोहम्मद, श्री विजेंद्र अवस्थी, श्री अरुण कुमार गुप्त, श्री नईम खान नंदिनी कश्यप दिनेश सक्सेना अख्लाक खान श्री अखिलेश उपाध्याय, श्रीमती कमला सिंह शिवम् भाई देवरास को अपर जिला मजिस्ट्रेट द्वारा सम्मानित किया गया। कार्यक्रम का संचालन उषा कार्यक्रम के संचालक ब्रजेश सक्सेना ने तथा धन्यवाद सचिव श्री मुदित कुमार ने दिया। सबसे पहले इश्वासयोनिषद का पाठ सोनी बहन रेखा बहन रीना बहन शिवकुमारी ने किया । सभी का स्वागत तिलक से किया गया।




