जनपद फर्रुखाबाद के मऊदरवाजा थानाअध्यक्ष बलराज भाटी की टीम ने दलित युवक के हत्यारे अजनेश को गिरफ्तार कर लिया है।

ब्यूरो चीफ फर्रुखाबाद
संजीव कुमार प्रजापति
जनपद फर्रुखाबाद के मऊदरवाजा थानाअध्यक्ष बलराज भाटी की टीम ने दलित युवक के हत्यारे अजनेश को गिरफ्तार कर लिया है।
रनवीर जाटव की पत्नी श्रीमती पुष्पा देवी अपने बेटे की हत्या के मामले में अजनेश के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई, और उस आरोपी को पुलिस ने आज गिरफ्तार कर लिया।
तलाश करने पर संजेश का शव 6 जुलाई समय करीब 11:30 बजे सुबह अनिल पुत्र बाबू राम के खेत में मिला।
पढ़िए पूरी रिपोर्ट:- जनपद फर्रुखाबाद के मऊदरवाजा थानाअध्यक्ष बलराज भाटी की टीम ने दलित युवक के हत्यारे अजनेश को गिरफ्तार कर लिया है। थानाअध्यक्ष बलराज भाटी ने दीवान अनुज तिवारी व सिपाही आलम के सहयोग से खिनमिनी के निकट बन्द भट्टे के पास ग्राम चौरसिया मझोला निवासी छोटेलाल के बेटे अजनेश को गिरफ्तार कर लिया है। मालुम हो की बीते दिन ग्राम चौरसिया मझोला निवासी स्व रनवीर जाटव की पत्नी श्रीमती पुष्पा देवी अपने बेटे की हत्या के मामले में अजनेश के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई थी। रिपोर्ट के मुताबिक अजनेश उर्फ पुत्र छोटे लाल संजेश को घर से बुलाकर ले गया था। काफी रात संजेश घर नहीं आया तो परिजनों ने उसकी तलाश की पुष्पा ने अजनेश से पूछा कि मेरा लड़का कहां है तो उसने बताया मुझे जानकारी नहीं है। काफी तलाश करने पर संजेश का शव 6 जुलाई समय करीब 11:30 बजे सुबह अनिल पुत्र बाबू राम के खेत में मिला। दर्ज कराई रिपोर्ट में पुष्पा देवी ने कहा है मैंने जानकारी की तो मुझे पता चला कि मेरे पुत्र को अजनेश ने मारपीट कर हत्या कर दी और उसका शव खेत में फेंक कर आया है। हत्या का कारण थाना पुलिस के मुताबिक अजनेश ने पूछने पर बताया।कि मेरा संजेश जाटव और उसके भाई अजीत से कुछ समय पहले झगड़ा हो गया था। दोनों भाईयों ने मुझे पीटा था। तब से ही में इनसे बदला लेने की सोच रहा था। संजेश का भाई अजीत बाहर गया हुआ था। 5 जुलाई की रात करीब 8 बजे मै संजेश को उसके घर से शराब पिलाने के बहाने ले गया। पड़ोसी गांव खिनमिनी और आस पास में उसे लेकर घूमता रहा।फिर मैंने संजेश से शराब पीने के लिए पैसे मांगे तो वह मना करते हुए घर की ओर चल दिया। मैं भी उसके साथ साथ चलता रहा।जब हम कायमगंज मैन रोड पर पहुंचे तो हम दोनों में गाली गलौज और मार पीट हो गई। आवेश में आकर मैंने उसे जोर से धक्का दे दिया। जिससे संजेश का सिर सड़क किनारे बनी पानी की हौद (हौदिया) की दीवार पर जा टकराया। वह फिर खड़ा हुआ मैंने उसको फिर धक्का दे दिया। उसका सिर फिर हौदी की दीवार पर टकरा गया। संजेश के शान्त हो जाने पर मुझे लगा वह मर गया है। तब मैंने उसकी लाश को पास के ही ज्वार के खेत मे छिपा दिया। और खेतों के रास्ते चुपचाप अपने घर चला आया।