उत्तर प्रदेश में बाढ़ से हर तरफ हाहाकार,गंगा के बाढ़ में 49 गांव डूबे, 50 स्कूलों को बंद।

उत्तर प्रदेश में बाढ़ से हर तरफ हाहाकार,गंगा के बाढ़ में 49 गांव डूबे, 50 स्कूलों को बंद।
ब्यूरो चीफ संजीव कुमार प्रजापति …….
ब्यूरो रिपोर्ट फर्रुखाबाद:- उत्तर प्रदेश में बाढ़ से हर तरफ हाहाकार मचा है। गांव डूब रहे हैं। लोगों को घर छोड़ना पड़ रहा है। बाढ़ के पानी में डूबने से मौत के आंकड़े लगातार बढ़ते जा रहे हैं। पहले यमुना और अब गंगा का उफान तबाही मचा रहा है। फर्रुखाबाद में गंगा के बाढ़ में 49 गांव डूब गए हैं। 50 स्कूलों को बंद कर दिया गया है।जिलाधिकारी आशुतोष कुमार द्विवेदी और पुलिस अधीक्षक आरती सिंह ने सोमवार को अधिकारियों और एनडीआरएफ टीम के साथ बाढ़ से प्रभावित अमृतपुर तहसील के कई गांवों का दौरा कर स्थिति का जायजा लिया। अफसरों ने मौके पर ग्रामीणों से संवाद कर उनकी समस्याएं सुनीं और राहत व सुरक्षा व्यवस्था के लिए विभागों को आवश्यक निर्देश दिए। चित्रकूट डिप पर बाढ़ के पानी की तेज धार में वाहनों को निकलता देख उन्होंने बैरिकेड्स लगाकर आवागमन बंद करने को कहा।डीएम ने बताया कि बाढ़ से जनपद के 49 गांव प्रभावित हैं। बाढ़ से घिरे गांवों में नाव उपलब्ध कराने के निर्देश दिए गए हैं। बाढ़ पीड़ितों को चिह्नित कर राहत सामग्री वितरित करने को कहा गया है। पीड़ितों को हर संभव मदद दी जाएगी। तहसील के अधिकारियों को बाढ़ प्रभावित गांवों का भ्रमण कर पीड़ितों की समस्याओं के निस्तारण करने के निर्देश दिए गए हैं।जिला समन्वयक (आपदा प्रबंधन) आयुष्मेंद्र परिहार ने बताया कि वर्तमान में जनपद में 49 गांव बाढ़ से प्रभावित हैं, जिनमें लगभग 40,903 लोग प्रभावित हैं। राहत एवं बचाव कार्य के लिए कुल 69 नावें लगाई गई हैं, जिनमें से 31 अमृतपुर तहसील में कार्यरत हैं। पशुओं के लिए 11 शिविर स्थापित किए गए हैं, जहां 97 पशुओं का उपचार और 6,408 पशुओं का टीकाकरण किया गया है। मानव स्वास्थ्य सेवाओं के अंतर्गत 111 मेडिकल टीमों ने अब तक 181 चिकित्सा शिविर लगाए हैं, जिनमें 8,230 लोगों का उपचार हुआ है। इसके अतिरिक्त 4,928 ओआरएस पैकेट और 7,783 क्लोरीन टैबलेट के पैकेट वितरित किए गए हैं। 28 गांवों में मच्छरनाशक दवाओं का भी छिड़काव कराया गया है।