जिलाधिकारी की अध्यक्षता में जिला स्तरीय पत्रकार स्थायी समिति की बैठक हुई संपन्न

जिलाधिकारी की अध्यक्षता में जिला स्तरीय पत्रकार स्थायी समिति की बैठक हुई संपन्न।
मातृभूमि की पुकार (ब्यूरो रिपोर्ट धीरज गुप्ता )
पत्रकारों की समस्याएं अब रहेंगी प्राथमिकता में—जिलाधिकारी
शाहजहांपुर – पत्रकारिता लोकतंत्र का चौथा स्तंभ है, और जब इस स्तंभ की बुनियाद मजबूत हो, तभी व्यवस्था में पारदर्शिता और जवाबदेही की सच्ची तस्वीर सामने आती है। इसी उद्देश्य के साथ आज शाहजहांपुर में जिलाधिकारी धर्मेंद्र प्रताप सिंह की अध्यक्षता में जिला स्तरीय पत्रकार स्थायी समिति की बैठक संपन्न हुई।
बैठक में पुलिस अधीक्षक राजेश द्विवेदी, मुख्य विकास अधिकारी डॉ अपराजिता सिंह अपर जिलाधिकारी प्रशासन रजनीश मिश्र, एसपी सिटी देवेंद्र कुमार सहित कई वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी और मान्यता प्राप्त पत्रकारगण उपस्थित रहे।बैठक में पत्रकारों ने अपनी प्रमुख समस्याओं को खुलकर रखा—चाहे वह अवैध रूप से ‘प्रेस’ लिखे वाहनों की भरमार हो, या फिर चुनाव व बड़े आयोजनों में असंवेदनशील व्यवहार की पीड़ा। फर्जी प्रेस कार्डों के कारण उत्पन्न अविश्वास और सुरक्षा संबंधी चिंताओं को भी गहराई से उठाया गया।इन विषयों पर जिलाधिकारी ने स्पष्ट निर्देश दिए कि फर्जी प्रेस वाहनों की सघन जांच कराई जाएगी और व्हाट्सएप ग्रुपों में पत्रकारों को केवल परिचय पत्र की जांच के बाद ही जोड़ा जाएगा।चिकित्सा जैसी आवश्यक सेवाओं में पत्रकारों को वरीयता दिलाने के लिए ‘हेल्प डेस्क’ बनाने का सुझाव भी सराहा गया। साथ ही, पत्रकारों पर रिपोर्ट दर्ज करने की स्थिति में, बिना जांच के कोई कार्रवाई न हो इसके लिए सीओ स्तर से जांच की अनिवार्यता पर चर्चा हुई।प्राइम न्यूज के रिपोर्टर कमल सिंह से जुड़ी सुरक्षा संबंधी चिंता को गंभीरता से लेते हुए, प्रशासन को दो सुरक्षाकर्मी तैनात करने का अनुरोध सौंपा गया।बैठक के अंत में जिलाधिकारी ने सभी पत्रकारों को विश्वास दिलाया कि उनकी सुरक्षा, गरिमा और पेशेवर अधिकारों की रक्षा प्राथमिकता में होगी। साथ ही, सभी विभागों और जनप्रतिनिधियों को मान्यता प्राप्त पत्रकारों की सूची भेजने और शासन की योजनाओं को प्रचारित करने में पत्रकारों के सहयोग की अपेक्षा भी जताई।




