जनपद शाहजहांपुर में विशेष सचिव ग्राम्य विकास रजनीश चंद्र द्वारा विभिन्न विकास योजनाओं का भौतिक सत्यापन एवं निरीक्षण।

जनपद शाहजहांपुर में विशेष सचिव ग्राम्य विकास रजनीश चंद्र द्वारा विभिन्न विकास योजनाओं का भौतिक सत्यापन एवं निरीक्षण।
मातृभूमि की पुकार (ब्यूरो)
शाहजहांपुर, दिनांक 24.05.2025। उत्तर प्रदेश शासन द्वारा नामित जनपद नोडल अधिकारी एवं विशेष सचिव, ग्राम्य विकास विभाग, श्री रजनीश चंद्र ने जनपद शाहजहांपुर का दौरा कर विकास कार्यों का गहन निरीक्षण एवं भौतिक सत्यापन किया। इस दौरान उन्होंने हर घर नल योजना, गौ आश्रय स्थलों तथा 50 करोड़ रुपए से अधिक लागत की परियोजनाओं का भौतिक सत्यापन कर उनकी प्रगति एवं गुणवत्ता की समीक्षा की।निरीक्षण के दौरान श्री चंद्र ने जल जीवन मिशन के अंतर्गत इनायतपुर पाइप पेयजल योजना का अवलोकन किया, जो विकासखंड निगोही के राजस्व ग्राम रुद्रपुर में संचालित हो रही है। उन्होंने कार्य की गुणवत्ता, समयबद्धता और पारदर्शिता पर विशेष बल देते हुए संबंधित अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए कि योजनाएं शासन की मंशा के अनुरूप समय पर पूर्ण हों।इसके पश्चात उन्होंने बृहद गौ संरक्षण केंद्र – सल्लिया का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान गौशाला में स्वच्छता व्यवस्था असंतोषजनक पाए जाने पर उन्होंने गहरी नाराजगी व्यक्त की और निर्देश दिया कि ग्राम पंचायत स्तर पर सफाई कर्मियों की तैनाती कर नियमित सफाई सुनिश्चित की जाए। उन्होंने स्पष्ट किया कि पशुओं के संरक्षण हेतु स्वच्छ एवं सुरक्षित वातावरण अनिवार्य है।गौवंशों को गर्मी से राहत देने हेतु उन्होंने जूट के बोर के परदे लगाए जाने और उन पर नियमित पानी का छिड़काव कराने के निर्देश दिए, ताकि उन्हें लू (हीट स्ट्रोक) से बचाया जा सके। साथ ही, उन्होंने गौशाला परिसर में वृक्षारोपण कर छायादार वातावरण तैयार करने का सुझाव दिया।निरीक्षण के दौरान निर्माणाधीन गोबर गैस प्लांट को कार्यदायी संस्था से तत्काल नियमों के अनुसार पंचायत को हस्तांतरित करने की प्रक्रिया पूरी करने के निर्देश दिए गए। उन्होंने पूर्व से स्थापित सोलर पैनल को क्रियाशील बनाने हेतु मरम्मत कार्य शीघ्र कराने पर भी जोर दिया। इसके अतिरिक्त, गौवंशों के आराम के लिए सीमेंट की टीन सेट चादरों का उपयोग करने का भी सुझाव दिया गया।रजनीश चंद्र ने कहा कि शासन की प्राथमिकता योजनाओं का गुणवत्तापूर्ण एवं पारदर्शी संचालन है। उन्होंने संबंधित अधिकारियों से अपेक्षा की कि वे नियमित निरीक्षण करते हुए कार्यों को प्रभावी ढंग से पूर्ण कराएं और जनता को योजनाओं का पूर्ण लाभ मिले, यह सुनिश्चित करें।