जिलाधिकारी की अध्यक्षता में माध्यमिक शिक्षा विभाग की योजनाओं एवं कार्यक्रमों की समीक्षा बैठक हुई संपन्न।

जिलाधिकारी की अध्यक्षता में माध्यमिक शिक्षा विभाग की योजनाओं एवं कार्यक्रमों की समीक्षा बैठक हुई संपन्न।
मातृभूमि की पुकार (ब्यूरो रिपोर्ट धीरज गुप्ता)
शाहजहांपुर, 20 मई 2025। जिलाधिकारी श्री धर्मेंद्र प्रताप सिंह की अध्यक्षता में माध्यमिक शिक्षा विभाग की योजनाओं एवं कार्यक्रमों की समीक्षा बैठक आहूत की गई। बैठक में जिलाधिकारी ने जिले के सभी राजकीय विद्यालयों की स्थिति, स्टाफ की उपलब्धता, छात्र संख्या तथा प्रोजेक्ट अलंकार सहित अन्य बिंदुओं की जानकारी ली।जिलाधिकारी ने सभी राजकीय हाईस्कूल एवं इंटर कॉलेजों के प्रधानाचार्यों से विद्यालयवार परीक्षा परिणाम की जानकारी ली और कहा कि बैठक का मुख्य उद्देश्य शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार लाना है। उन्होंने सभी प्रधानाचार्यों को निर्देशित किया कि पढ़ाई के साथ-साथ खेलकूद और अन्य गतिविधियों में भी बच्चों की भागीदारी सुनिश्चित कराई जाए।उन्होंने कहा कि कक्षा में बच्चों की पढ़ाई के स्तर के अनुसार उन्हें विभिन्न श्रेणियों में विभाजित किया जाए और कमजोर छात्रों पर विशेष ध्यान देकर उन्हें सामान्य स्तर तक लाया जाए। साथ ही, अध्यापकों से नवाचार के साथ पढ़ाने, छात्रों को गोद लेकर उनकी प्रगति सुनिश्चित करने का आह्वान किया।जिलाधिकारी ने जिला विद्यालय निरीक्षक को निर्देश दिए कि कमजोर छात्रों, पेरेंट्स-टीचर मीटिंग एवं मासिक परीक्षण (मंथली टेस्ट) की मॉनिटरिंग हेतु एक पोर्टल तैयार किया जाए। उन्होंने कहा कि सभी शिक्षक शिक्षण कार्य में रुचि लेकर कार्य करें और यह सोचें कि पढ़ाई को और बेहतर कैसे बनाया जा सकता है।उन्होंने प्रधानाचार्यों से आग्रह किया कि वे स्वयं भी अध्ययन कर अपना ज्ञान बढ़ाएं और नई तकनीकों से अवगत रहें। जिलाधिकारी ने सभी अध्यापकों को रिसर्च करने और आपस में शिक्षण गुणवत्ता को लेकर प्रतियोगिता आयोजित करने का सुझाव भी दिया।जिलाधिकारी ने निर्देश दिए कि छात्रों को प्रैक्टिकल कार्य हेतु विज्ञान प्रयोगशाला (लैब) में ले जाया जाए। पुस्तकालय (लाइब्रेरी) में रोस्टर बनाकर नियमित रूप से पढ़ाई कराई जाए और विभिन्न प्रतियोगिताएं — जैसे निबंध लेखन, वाद-विवाद, क्विज़ आदि — आयोजित की जाएं।उन्होंने कहा कि बच्चों में आत्मविश्वास बढ़ाने के लिए रैंडम तरीके से किसी विषय पर बोलने का अभ्यास कराया जाए। अध्यापकों के बीच भी तकनीकी विषयों पर प्रतियोगिता कराई जाए, जिससे उनमें कौशल और समर्पण की भावना विकसित हो।अंत में जिलाधिकारी ने कहा कि सभी प्रधानाचार्य एवं शिक्षक टीम भावना के साथ कार्य करें ताकि छात्रों का सर्वांगीण विकास सुनिश्चित हो और वे पढ़-लिखकर समाज में आगे बढ़ सकें।इस अवसर पर जिला विद्यालय निरीक्षक, हरिवंश कुमार, सभी प्रधानाचार्य तथा अन्य संबंधित अधिकारीगण उपस्थित रहे।