बाल विवाह के खिलाफ उठी बुलंद आवाज “आओ मिलकर इसे जड़ से मिटाएँ

बाल विवाह के खिलाफ उठी बुलंद आवाज — “आओ मिलकर इसे जड़ से मिटाएँ
मातृभूमि की पुकार ( संवाददाता)
जनपद शाहजहांपुर में अक्षय तृतीया के पावन अवसर पर दिनांक 30 अप्रैल 2025 को बाल विवाह जैसी कुप्रथा के विरुद्ध जनजागरूकता हेतु विशेष अभियान चलाया गया। यह अभियान मुख्य विकास अधिकारी महोदया के निर्देशन एवं जिला प्रोबेशन अधिकारी श्री गौरव मिश्रा के मार्गदर्शन में महिला कल्याण विभाग द्वारा संचालित किया गया।इस अवसर पर मदरसा नुरुल हुदा में जिला प्रोबेशन अधिकारी गौरव मिश्रा ने छात्राओं को संबोधित करते हुए उन्हें आत्मनिर्भर बनने, शिक्षित होने एवं अपने अधिकारों के प्रति सजग रहने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने बाल विवाह से होने वाले दुष्परिणामों पर प्रकाश डालते हुए इसे सामाजिक बुराई बताया, जिसे जड़ से समाप्त करने की आवश्यकता है।राजकीय इंटर कॉलेज में आयोजित कार्यक्रम में जिला मिशन कोऑर्डिनेटर अमृता दीक्षित ने छात्र-छात्राओं को बताया कि कई स्थानों पर आज भी अक्षय तृतीया जैसे शुभ अवसरों पर लड़के एवं लड़कियों के विवाह न्यूनतम वैधानिक आयु (लड़कों के लिए 21 वर्ष एवं लड़कियों के लिए 18 वर्ष) से पूर्व कर दिए जाते हैं, जो बाल विवाह प्रतिषेध अधिनियम 2006 के तहत दंडनीय अपराध है। इसके अंतर्गत दोषी को दो वर्ष की सजा, ₹1,00,000 जुर्माना अथवा दोनों हो सकते हैं।अमृता दीक्षित द्वारा सभी विद्यार्थियों को बाल विवाह न करने एवं न होने देने की सामूहिक शपथ दिलाई गई। साथ ही यह अपील की गई कि यदि कहीं भी बाल विवाह की घटना हो रही हो तो तुरंत 1098 (चाइल्ड लाइन), 181 (महिला हेल्पलाइन) अथवा वन स्टॉप सेंटर को सूचित करें।कार्यक्रम के दौरान सरकार द्वारा चलाई जा रही कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी भी दी गई, जिनमें मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना, स्पॉन्सरशिप योजना, निराश्रित महिला पेंशन योजना, वृद्धा पेंशन योजना, दिव्यांग पेंशन योजना एवं राष्ट्रीय पारिवारिक लाभ योजना प्रमुख हैं।कार्यक्रम में प्राचार्य श्री अनिल कुमार, अध्यापकगण महेंद्र कुमार सिंह, राजीव श्रीवास्तव, प्रमोद कुमार अवस्थी, प्रेम शंकर सक्सेना, निधि प्रज्ञा, सुनीता मिश्रा सहित विद्यालय का समस्त छात्र-शिक्षक स्टाफ उपस्थित रहा।