रामनवमी पर पूरे प्रदेश में होगा श्री रामचरितमानस का अखंड पाठ, सीएम योगी ने दिए निर्देश
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने चैत्र रामनवमी के पावन अवसर पर सभी जिलों में 24 घंटे

लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने चैत्र रामनवमी के पावन अवसर पर सभी जिलों में 24 घंटे के श्री रामचरितमानस के अखंड पाठ का आयोजन किए जाने के निर्देश दिए हैं। पाठ का समापन 6 अप्रैल को श्री रामनवमी के दिन श्री राम जन्मभूमि मंदिर में श्री रामलला के सूर्य तिलक के साथ होगा। सभी जिलों के मंदिरों में आवश्यक व्यवस्थाएं शुरू कर दी गई हैं।
चैत्र नवरात्र में पूरे प्रदेश में श्रीरामचरितमानस का अखंड पाठ गूंजेगा। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सभी जिलों में 24 घंटे का अखंड मानस पाठ कराने के निर्देश दिए हैं। यह पाठ पांच अप्रैल दोपहर से प्रारंभ होगा और पूर्णाहुति छह अप्रैल को रामनवमी के दिन दोपहर 12 बजे श्रीरामजन्मभूमि मंदिर में श्रीरामलला के सूर्य तिलक के साथ होगी।
योगी के आदेश के बाद सभी जिलों में इसकी तैयारी की जा रही है। मुख्यमंत्री ने शनिवार को वरिष्ठ अधिकारियों के साथ वासंतिक नवरात्र और श्रीरामनवमी से संबंधित तैयारियों की समीक्षा की। मुख्यमंत्री ने कहा कि देवीपाटन मंदिर बलरामपुर, शाकुंभरी देवी मंदिर सहारनपुर, विंध्यवासिनी देवी धाम मीरजापुर आदि प्रमुख देवी मंदिरों व शक्तिपीठों में बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं का आगमन होगा।
सूर्य तिलक के दर्शन के लिए कई लोगों के आने की संभावना
सूर्य तिलक का दर्शन करने अयोध्या में पूरे देश से लोगों के आगमन की संभावना है। ऐसे में श्रद्धालुओं की सुविधा और सुरक्षा से जुड़े सभी आवश्यक प्रबंध किए जाने चाहिए। कतारबद्ध श्रद्धालुओं को तेज धूप में खड़े होने में समस्या न हो, इसके लिए जूट मैटिंग बिछाई जाए तथा छाजन की व्यवस्था कराई जाए।
मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि सभी देवालयों में पेयजल के पुख्ता प्रबंध होने चाहिए। चैत्र नवरात्र के दिनों में पूरे प्रदेश में समान रूप से निर्बाध 24 घंटे बिजली आपूर्ति की जाए। मंदिरों के आसपास अंडा, मांस आदि की दुकानें नहीं होनी चाहिए।
नगर विकास और ग्राम्य विकास विभाग को नगरों और गांवों में मंदिरों-देवालयों के साथ पूरे क्षेत्र में स्वच्छ परिवेश सुनिश्चित करने के लिए विशेष अभियान चलाने के भी निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि आवश्यकतानुसार अतिरिक्त सफाई कर्मी भी लगाए जाएं। पुलिस को स्थानीय आवश्यकताओं के दृष्टिगत भीड़ प्रबंधन और पैदल गश्त की बेहतर कार्ययोजना लागू करने के लिए भी निर्देशित किया है।