एडीएम अरविंद कुमार बोले ‘दीपावली अकेले नहीं, सबके साथ मनाने से बढ़ती है रौशनी’।

एडीएम अरविंद कुमार बोले ‘दीपावली अकेले नहीं, सबके साथ मनाने से बढ़ती है रौशनी।

मातृभूमि की पुकार (ब्यूरो रिपोर्ट धीरज गुप्ता)
शाहजहाँपुर – दीपावली का असली अर्थ सिर्फ दीप जलाना नहीं, बल्कि खुशियाँ बाँटना है और इस बात को साकार किया जनपद की समाजसेवी सहयोग संस्था ने। संस्था के पदाधिकारियों ने विनोबा सेवा आश्रम बनतारा और अति पिछड़े गाँव सुंदर नगर में पहुँचकर वहाँ के बुजुर्गों और बच्चों के साथ दीपावली का पर्व उल्लासपूर्वक मनाया।कार्यक्रम में एडीएम (एफ/आर) अरविंद कुमार अपनी पत्नी सौम्या के साथ विशेष सहयोगी के रूप में उपस्थित रहे। उन्होंने कहा
“बुजुर्गों का आशीर्वाद जीवन की सबसे बड़ी पूँजी है। दीपावली का पर्व तभी सार्थक है जब हम अपनी खुशियाँ सबके साथ बाँटें, क्योंकि बाँटी हुई खुशी दुगनी हो जाती है।”एडीएम अरविंद कुमार ने उपस्थित सभी लोगों को श्रीराम के आदर्शों की याद दिलाई और राजा हरिश्चंद्र की कथा सुनाकर भावुक माहौल बना दिया।संस्था के संरक्षक अनिल गुप्ता प्रधान और शाहनवाज़ खान एडवोकेट ने कहा कि “बुजुर्गों के पास जीवन का वो ज्ञान है जिसे वर्षों के अनुभव से पाया जा सकता है। हमें उनके पास बैठकर कुछ पल बिताने चाहिए, वही जीवन की असली सीख है।”संस्था की अध्यक्ष रजनी गुप्ता व महासचिव विकास सक्सेना ने बताया कि सहयोग संस्था जल्द ही आश्रम में एक बड़े मेडिकल कैंप का आयोजन करने जा रही है।कार्यक्रम में उपस्थित रमेश भैया व विमला बहन ने सभी अतिथियों का स्वागत किया और कहा कि सहयोग संस्था समाजहित के अत्यंत सराहनीय कार्य कर रही है।इस अवसर पर संस्था की डायरेक्टर तराना जमाल, शालू यादव, सफीकुद्दीन अंसारी, महेंद्र दुबे, नवनीत प्रकाश गुप्ता, शिवम वर्मा, सरदार हरजीत सिंह सहित कई पदाधिकारी मौजूद रहे।




