जिलाधिकारी की अध्यक्षता में जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक हुई संपन्न।

जिलाधिकारी की अध्यक्षता में जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक हुई संपन्न।
मातृभूमि की पुकार (ब्यूरो रिपोर्ट धीरज गुप्ता )
आज कलेक्ट्रेट सभागार में जिलाधिकारी धर्मेंद्र प्रताप सिंह ने जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक की अध्यक्षता करते हुए जनपद में संचालित विभिन्न स्वास्थ्य कार्यक्रमों की प्रगति की विस्तार से समीक्षा की।जिलाधिकारी द्वारा स्वास्थ्य सेवाओं की पारदर्शिता और जवाबदेही सुनिश्चित करने के लिए विभागीय पोर्टलों पर समस्त कार्य समयबद्ध ढंग से अपलोड किए जाने के निर्देश दिए गए टीबी मुक्त घोषित गांवों में पुनः मरीज न पाए जाएं, इसके लिए सतत निगरानी और नि:क्षय मित्रों की भागीदारी बढ़ाने पर जोर दिया डीएम ने आयुष्मान आरोग्य मंदिरों की प्रभावी क्रियाशीलता सुनिश्चित करते हुए निर्देश दिए गए हैं कि सीएचओ द्वारा ओपीडी में प्रतिदिन कम से कम 10 मरीजों को देखा जाए। औसत से कम प्रदर्शन पर वेतन कटौती की कार्यवाही की जाएगी। साथ ही, 70 वर्ष से अधिक आयु के नागरिकों के आयुष्मान कार्ड पंचायत सहायकों के माध्यम से बनवाए जाने की व्यवस्था की जाएगी।जिलाधिकारी ने स्पष्ट कहा कि टीकाकरण अभियान में किसी भी प्रकार की शिथिलता बर्दाश्त नहीं की जाएगी। विशेष रूप से 0 से 1 वर्ष की आयु के बच्चों का शत-प्रतिशत टीकाकरण प्राथमिकता रहेगा। ई-रूपी वाउचर की रिडीमिंग प्रक्रिया में तेजी लाने, टीकाकरण सत्रों में सभी आवश्यक उपकरण उपलब्ध कराने तथा जननी सुरक्षा योजना के भुगतान में गति लाने के भी निर्देश दिए हैं।जिलाधिकारी ने शहरी क्षेत्रों में आभा आईडी बनाने की प्रक्रिया को और तेज करने, संचारी रोगों की रोकथाम हेतु फॉगिंग, एंटी लार्वा छिड़काव एवं स्वच्छता को निरंतर जारी रखने के निर्देश दिए इसके अतिरिक्त, एनीमिया मुक्त भारत अभियान के अंतर्गत आयरन सप्लीमेंट्स के वितरण और राष्ट्रीय कृमि मुक्ति कार्यक्रम की प्रभावी तैयारी पर भी चर्चा की गई।