जिलाधिकारी की अध्यक्षता में पुवायां स्थित कैम्ब्रिज कॉन्वेंट स्कूल में प्राकृतिक कृषि प्रशिक्षण/कार्यशाला का आयोजन।

जिलाधिकारी की अध्यक्षता में पुवायां स्थित कैम्ब्रिज कॉन्वेंट स्कूल में प्राकृतिक कृषि प्रशिक्षण/कार्यशाला का आयोजन।
मातृभूमि की पुकार (ब्यूरो रिपोर्ट धीरज गुप्ता )
पुवायां स्थित कैम्ब्रिज कॉन्वेंट स्कूल में जिलाधिकारी धर्मेंद्र प्रताप सिंह की अध्यक्षता में प्राकृतिक कृषि प्रशिक्षण/कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस अवसर पर क्षेत्र के 500 किसानों को प्राकृतिक खेती के लिए प्रेरित किया गया और उन्हें प्रशिक्षण प्रदान किया गया। बहराइच से आए लोकभारती के सह संयोजक व प्राकृतिक कृषक मगन बिहारी एवं अनिरुद्ध यादव ने किसानों को बीजामृत बनाने की विधि समझाई।पूर्व में 6 वृहद गोशालाएं संचालित थीं, अब 10 गोशालाएं सक्रिय हैं और 10 नई गोशालाएं निर्माणाधीन हैं। इन 20 गोशालाओं में लगभग 10,000 गायों को संरक्षित किया जाएगा। मनरेगा योजना के तहत 100 अन्य गौशालाएं भी संचालित की जा रही हैं।जिलाधिकारी ने बताया कि पुवायां क्षेत्र की 70 ग्राम पंचायतों में लोकभारती के सहयोग से ऐसे किसानों को तैयार किया जाएगा जो रासायनिक खादों का प्रयोग छोड़कर प्राकृतिक खेती करें और देशी गायों के पालन में संलग्न हों। साथ ही, सिमरा वीरान गोशाला को गो-अभ्यारण्य में विकसित करने के प्रस्ताव पर कार्य आरंभ किया जा रहा है।भैंसी नदी की भांति, बरसात के बाद भद्रशीला नदी के पुनर्जीवन पर भी कार्य किया जाएगा। सभी सरकारी गोशालाओं में लोक भारती संस्था के माध्यम से जीवामृत निर्माण किया जा रहा है। जिसे कोई भी व्यक्ति अपनी आवश्यकतानुसार ले सकता है। साथ ही 250 एकड़ में चारे की बुआई की जा चुकी है, जिसे बढ़ाकर 500 एकड़ तक विस्तारित किया जाएगा।प्राकृतिक खेती में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले किसानों को पुरस्कृत किया जाएगा। जिन्हे प्रोत्साहन स्वरूप 100-200 देशी गायें पुरस्कार के रूप में दी जाएंगी। जिले में 57 लाख वृक्षों का रोपण किया गया है। इनके संरक्षण के लिए 200 अधिकारी हर महीने की 9 तारीख को निरीक्षण करेंगे। 18 जुलाई को सहजन वन की स्थापना की गई जिसमें 25,000 सहजन वृक्षों का रोपण किया गया है। साथ ही, बजरंग वन की स्थापना हेतु दो स्थलों का चयन किया गया है, जिस पर कार्य शीघ्र आरंभ होगा।