जिलाधिकारी ने रोपित पौधों का शतप्रतिशत जिओ टैग करने के दिए निर्देश।

जिलाधिकारी ने रोपित पौधों का शतप्रतिशत जिओ टैग करने के दिए निर्देश।
मातृभूमि की पुकार (संवाददाता)
जनपद में आगामी वर्ष 2025-26 के लिए 37 करोड़ वृक्षारोपण महाअभियान के अंतर्गत विभिन्न विभागों को पौधारोपण के संशोधित लक्ष्य आबंटित किए गए हैं। जिलाधिकारी धर्मेन्द्र प्रताप सिंह की अध्यक्षता में गड्ढा खुदान, पौधारोपण स्थल आदि के संबंध कलेक्ट्रेट सभागार में एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई, जिसमें जनपद स्तरीय समस्त संबंधित विभागों के अधिकारियों ने प्रतिभाग किया।बैठक में जिलाधिकारी ने 35 करोड़ वृक्षारोपण अभियान के तहत पूर्व में निर्धारित लक्ष्यों की समीक्षा करते हुए बताया कि प्रदेश सरकार द्वारा अब इस अभियान को 37 करोड़ पौधारोपण के विस्तारित लक्ष्य के साथ संचालित किया जा रहा है। इसी क्रम में जनपद स्तर पर भी विभागवार रोपण लक्ष्यों में आंशिक संशोधन कर नए लक्ष्य निर्धारित किए गए हैं।बैठक के दौरान जिलाधिकारी ने एक-एक कर सभी विभागों से उनके संशोधित लक्ष्यों की जानकारी ली और अभियान की सफलता हेतु आवश्यक दिशा-निर्देश भी प्रदान किए। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि रोपण केवल औपचारिकता न होकर एक जन-जागरूकता अभियान का स्वरूप ले, जिसमें प्रत्येक नागरिक की भागीदारी सुनिश्चित हो।संशोधित लक्ष्य के अनुसार वन विभाग को अब 12,60,000 पौधों के रोपण का उत्तरदायित्व सौंपा गया है, जबकि कृषि विभाग का लक्ष्य बढ़ाकर 7,54,300 कर दिया गया है। ग्रामीण विकास विभाग को पूर्ववत 23,71,000 पौधों का रोपण करना है। अन्य विभागों में उद्यान विभाग को 2,94,000, पर्यावरण विभाग को 2,59,000, पंचायतीराज को 2,41,000 तथा राजस्व विभाग को 1,99,000 पौधे लगाने का दायित्व पूर्व की भांति सौंपा गया है।नगर विकास विभाग का लक्ष्य संशोधित कर 38,600 कर दिया गया है। इसी प्रकार उच्च शिक्षा विभाग को 28,000, बेसिक शिक्षा विभाग को 29,000 पौधों के रोपण की जिम्मेदारी दी गई है। जल शक्ति विभाग को 20,200, लोक निर्माण विभाग को 17,300, नाट्य शिक्षा विभाग को 22,000, उद्योग विभाग को 15,100 तथा सहकारिता विभाग को 13,100 पौधे रोपित करने का लक्ष्य दिया गया है। स्वास्थ्य विभाग एवं रेल विभाग के लक्ष्यों को यथावत क्रमशः 11,000 एवं 21,000 पर बनाए रखा गया है।मुख्य विकास अधिकारी डा० अपराजिता सिंह सिनसिनवार ने भैंसी नदी, अमृत सरोवर, गौशालाओं, पंचायती भवनों आदि स्थल पर होने वाले वृक्षारोपण की कार्य योजना से अवगत कराया। प्रभागीय वनाधिकारी विनोद कुमार ने सभी विभागों को शेष पौध उठान हेतु निर्देशित करते हुए वृक्षों को सुरक्षित रोपित करवाने हेतु निर्देश दिए। जिलाधिकारी ने सभी विभागों से अपेक्षा की कि रोपण कार्य गुणवत्ता के साथ समयबद्ध ढंग से पूर्ण हो, साथ ही लगाए गए पौधों की सतत देखरेख और सुरक्षा की भी प्रभावी व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। प्रत्येक वृक्ष की जिओ टैगिंग आवश्यक रूप से की जाए तथा जिओ टैगिंग रिपोर्ट पप्रत्येक दशा में शाम तक उपलब्ध करा दी जाए। उन्होंने कहा कि पौधरोपण केवल एक दिन का कार्य नहीं, बल्कि भविष्य को सुरक्षित करने का दीर्घकालिक प्रयास है। इसके लिए सभी विभाग समन्वय के साथ कार्य करें ताकि यह अभियान जनपद में एक पर्यावरणीय चेतना के रूप में सफल हो सके।