फर्रुखाबाद के पांचाल घाट पर मरम्मत का कार्य शुरू है ,इसी को लेकर यात्रियों को बड़ी परेशानी का सामना करना पड़ रहा हैं।

ब्यूरो चीफ/ संजीव कुमार प्रजापति
फर्रुखाबाद के पांचाल घाट पर मरम्मत का कार्य शुरू है ,इसी को लेकर यात्रियों को बड़ी परेशानी का सामना करना पड़ रहा हैं।
फर्रुखाबाद के इटावा-बरेली हाईवे पर स्थित पांचाल घाट पुल में गंभीर दरारें आने के बाद मरम्मत कार्य शुरू किया गया है।
करीब 50 वर्ष पुराने इस पुल पर 1 मार्च से 31 मार्च तक भारी वाहनों का आवागमन पूरी तरह से बंद कर दिया गया है। प्रशासन ने हल्के वाहनों के लिए वन-वे व्यवस्था लागू की है। यात्रियों की सुविधा के लिए पुल के दूसरी तरफ अस्थाई रोडवेज बस अड्डा बनाया गया है। यहां हरदोई और शाहजहांपुर सहित स्थानीय डिपो के कर्मचारी तैनात किए गए हैं।
हालांकि, यात्रियों को अस्थाई बस अड्डे से स्थाई बस अड्डा तक पहुंचने में काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। ऑटो और ई-रिक्शा चालक इस मौके का फायदा उठाते हुए यात्रियों से मनमाना किराया वसूल रहे हैं। एनएचएआई द्वारा पुल की मरम्मत का कार्य जारी है।
यहां ड्यूटी कर रहे कर्मियों ने बताया बस अड्डा सुनसान जगह में बना है। रात के समय बिजली आदि की भी व्यवस्था नहीं है अंधेरा होने पर यात्री या नहीं आते हैं। इस दौरान जो बस आती है वह जीटी रोड पर ही यात्रियों को उतार देती है। बताया पुलिस का पहरा भी यहां नहीं रहता है।उन्होंने बताया दिन में बस तो आती है लेकिन बरेली सहित शाहजहांपुर हरदोई जाने के लिए बस यहां से मिलती है उधर से आने वाली बसें भी यही तक आती। कानपुर व एटा मैनपुरी, इटावा, कन्नौज की तरफ जाने वाले यात्रियों को ई-रिक्शा या ऑटो से स्थाई रोडवेज बस अड्डे पर जाना पड़ता है। वहां से उन्हें बसें मिलती हैं।
पुल पार करने के 10 तो बस अड्डे तक के लिए 30 रुपये पांचाल घाट गंगापुर करीब 800 मीटर लंबा है। यात्रियों ने बताया ई रिक्शा वाले पुल पार करने के 10 रुपये और स्थाई बस अड्डा तक छोड़ने के 30 रुपए ले रहे हैं। यह अतिरिक्त बोझ उनकी जेब पर पड़ रहा है। पुल का कार्य शुरू होने से पहले ही प्रशासन ने रूट का डायवर्सन कर दिया था इस दौरान 10 स्थान पर संकेटांक के बोर्ड भी लगाए हैं। भारी वाहनों को शमशाबाद से ढाई घाट पुल होकर निकाला जा रहा है।